सतर्कता जागरूकता सप्ताह 2019
केन्द्रीय सतर्कता आयोग प्रतिवर्ष सरदार वल्लभ भाई पटेल के जन्म वाले सप्ताह को सतर्कता जागरूकता सप्ताह के रूप में मनाता है, सरदार पटेल का जन्म दिवस 31 अक्टूबर को मनाया जाता है। इस वर्ष सतर्कता जागरूकता सप्ताह 28 अक्टूबर से 2 नवम्बर, 2019 के बीच मनाया जा रहा है।
इस वर्ष की थीम “सत्यनिष्ठा-एक जीवन पद्धति” है।
गतिविधियां
केन्द्रीय सतर्कता आयोग ने केंद्र सरकार के मंत्रालय तथा संगठनों को इस सप्ताह के दौरान विभिन्न गतिविधियों का आयोजन करने के लिए कहा है। इस सप्ताह की मुख्य गतिविधियाँ निम्नलिखित हैं :
- सभी कर्मचारियों द्वारा सत्यनिष्ठा की शपथ लेना।
- भ्रष्टाचार को रोकने के लिए सतर्कता गतिविधियों तथा विस्सल ब्लोअर मैकेनिज्म के लिए पम्फ्लेट्स वितरण।
- कर्मचारियों के लिए भ्रष्टाचार की रोकथाम पर कार्यशाला का आयोजन।
- जागरूकता फैलाने, सिस्टेमेटिक सुधार के लिए पत्रिका तथा न्यूज़लैटर का प्रकाशन। भ्रष्टाचार विरोधी मुद्दों पर प्रश्नोत्तरी तथा परिचर्चा का आयोजन।
स्कूलों में इंटीग्रिटी क्लब्स
इस सप्ताह के दौरान स्कूलों तथा कॉलेज में इंटीग्रिटी क्लब्स की स्थापना की जाएगी, इसका उद्देश्य छात्रों में भविष्य के नेताओं के रूप में तैयार करना है।
ग्राम सभा जागरूकता
ग्राम सभा जागरूकता का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को भ्रष्टाचार के कुप्रभावों के बारे में जागरूक करवाना है। वर्ष 2017 में सतर्कता जागरूकता सप्ताह के दौरान 67,131 ग्राम सभाओं का आयोजन किया गया था।
भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) ने मनाया स्थापना दिवस
24 अक्टूबर को भारत-तिब्बत सीमा पुलिस ने अपना स्थापना दिवस मनाया। यह भारत-तिब्बत सीमा पुलिस का 58वां स्थापना दिवस था।
भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP)
भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) देश के पांच केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में से एक है, इसकी स्थापना 24 अक्टूबर, 1962 को भारत-चीन युद्ध के बाद की गयी थी। इसकी स्थापना CRPF अधिनियम के अंतर्गत की गयी थी। भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) बल को भारत और तिब्बत की सीमा पर तैनात किया जाता है। वर्तमान में ITBP में 89,432 जवान कार्यरत्त हैं। ITBP का आदर्श वाक्य “शौर्य – दृढ़ता – कर्मनिष्ठा” है।
सितम्बर, 1996 में संसद ने भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल अधिनियम, 1992 पारित किया था, इस अधिनियम के द्वारा ITBP के लिए रेगुलेशन तथा इसे देश की सीमा की सुरक्षा सुनिश्चित करने की ज़िम्मेदारी सौंपी थी। इंस्पेक्टर जनरल बलबीर सिंह ITBP के पहले प्रमुख थे। ITBP के जवानों को संयुक्त राष्ट्र के शांति मिशन में भी भेजा जाता है, अब तक ITBP को बोस्निया हेर्ज़ेगोविना, कोसोवो, सिएरा लियॉन, हैती, पश्चिमी सहारा, सूडान तथा अफ़ग़ानिस्तान जैसे देशों में भेजा जा चुका है।
सीबीएसई और एनसीईआरटी कक्षा 9 तथा 10 के छात्रों के लिए ‘तमन्ना’ नामक एप्टीट्यूड टेस्ट शुरू करेंगे
‘तमन्ना’ क्या है?केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्रालय के अधीन सीबीएसई और एनसीईआरटी कक्षा 9 तथा 10 के छात्रों के लिए ‘तमन्ना’ नामक एप्टीट्यूड टेस्ट शुरू करेंगे। इस ऑनलाइन एप्टीट्यूड टेस्ट को तमन्ना (Try And Measure Aptitude And Natural Abilities) नाम दिया गया है। इससे छात्रों को सही करियर चुनने में सहायता मिलेगी।
यह 9वीं तथा 10वीं कक्षा के छात्रों के लिए ऑनलाइन एप्टीट्यूड टेस्ट है। इससे छात्रों को 11वीं कक्षा में प्रवेश करते समय विषय चुनने में आसानी होगी। इस टेस्ट में पास या फेल का परिणाम नहीं आएगा, इस टेस्ट के द्वारा छात्रों को अपनी ताकत और कमजोरियों का पता चल सकेगा।
CBSE (Know your aptitude) KYA Exam
इस परीक्षा के द्वारा शैक्षणिक क्षेत्र में छात्रों की ताकत तथा कमजोरी का मूल्यांकन किया जायेगा। यह परीक्षा इच्छुक छात्रों को स्वैच्छिक रूप से देनी होगी। सीबीएसई ने आरम्भ में देश भर में 9वीं तथा 10वीं कक्षा के 17,000 छात्रों के बीच इस टेस्ट का आयोजन पायलट बेसिस पर किया था।
CBSE (Know your aptitude) KYA Exam की पंजीकरण प्रक्रिया
सीबीएसई के सर्कुलर के अनुसार KYA परीक्षा के लिए 29 जनवरी, 2020 से सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइट – cbse.nic.in पर पंजीकरण प्रक्रिया आरम्भ हो जाएगी। छात्र स्कूल की लॉग इन आईडी का उपयोग करके किसी भी कार्यकारी दिवस (वर्किंग डे) पर इस परीक्षा में भाग ले सकते हैं।
भारतीय रेल ने ‘वन टच ATVM’ लांच की
विशेषताएं
24 अक्टूबर, 2019 को भारतीय रेलवे ने 42 उपनगरीय स्टेशनों में ‘वन टच ATVM (आटोमेटिक टिकट वेंडिंग मशीन)’ लांच की है। इसका उद्देश्य यात्रियों को तीव्र सेवा प्रदान करना है।
- इससे यात्रियों के समय में बचत होगी।
- इससे मुंबई सब-अर्बन नेटवर्क के टिकटिंग सिस्टम पर भार कम होगा।
- इन नयी मशीनों में केवल दो चरणों में ही टिकट प्राप्त किया जा सकता है, पुरानी मशीनों में 6 चरण होते हैं।
- इस मशीन पर प्लेटफार्म टिकट भी प्राप्त होगा।
ATVM (आटोमेटिक टिकट वेंडिंग मशीन)
- ATVM (आटोमेटिक टिकट वेंडिंग मशीन) लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम पर काम करती है।
- इस मशीन को स्मार्ट कार्ड की सहायता से ऑपरेट किया जा सकता है। व्यक्ति को अपना कार्ड स्लॉट में डालना पड़ता है, इसके बाद रूट तथा मंजिल का चयन करना पड़ता है। मशीन डिटेल्स के पुष्टिकरण के बाद टिकट को प्रिंट करती है।
- इस मशीन का मेनू तीन भाषाओँ में उपलब्ध है।
- टिकट जारी करने के बाद कार्ड से पैसे काटे जाते हैं।
केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने पुलिस संगठनों के बारे में डाटा जारी किया
रिपोर्ट के मुख्य बिंदुहाल ही में केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने 24 अक्टूबर, 2019 को पुलिस संगठनों के बारे में डाटा जारी किये, यह डाटा पुलिस के विश्लेषण के लिए महत्वपूर्ण है।
- 2017 से पुलिस कर्मचारियों की संख्या में वृद्धि हुई है, पुलिस कर्मचारियों की संख्या में 19,686 की वृद्धि हुई है। केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPF) की संख्या में 16,051 की वृद्धि हुई है।
- महिला पुलिस कर्मचारियों की संख्या में 20.95% की वृद्धि हुई है। वर्तमान में विभिन्न पदों पर 1,69,550 महिला पुलिस कर्मचारी/अधिकारी कार्यरत्त हैं।
- पुलिस बलों के प्रशिक्षण पर किये जाने वाले व्यय में 20.41% की वृद्धि हुई है।
- पुलिस जनसँख्या अनुपात 192.95 पुलिस कर्मचारी प्रति लाख व्यक्ति है।
- पुलिस कर्मचारियों के लिए 20,149 फैमिली क्वार्टर्स निर्मित किये गये हैं।
- पुलिस स्टेशनों की संख्या 15,579 से बढ़कर 16,422 हो गयी है।
- साइबर पुलिस स्टेशनों की संख्या 84 से बढ़कर 120 हो गयी है।
- निगरानी के लिए 2,10,278 नए सीसीटीव कैमरे स्थापित किये गये हैं।
भारतीय रेलवे ने सबसे एडवांस्ड इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम की स्थापना की
मुख्य बिंदु
भारतीय रेलवे ने सबसे व्यस्त सेक्शन ‘ग्रैंड कॉर्ड रूट’ पर सबसे एडवांस्ड इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम की स्थापना की है। इस एडवांस्ड व सुरक्षित इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम की स्थापना उत्तर प्रदेश में टुंडला जंक्शन पर की गयी है।
नए इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम के द्वारा 65 वर्ष पुराने मैकेनिकल सिग्नलिंग को रीप्लेस किया गया है। इस नए सिस्टम से रेलवे ट्रेनों की गति को बढ़ा सकेगा, इसके द्वारा दिल्ली व हावड़ा के बीच यात्रा के समय को 17-19 घंटे से घटाकर 12 घंटे तक किया जा सकेगा।
टुंडला जंक्शन ही क्यों? इस रूट में निर्धारित क्षमता से 160% अधिक कार्य किया जाता है। टुंडला में 613 रूट कॉम्बिनेशन है।
ग्रैंड कॉर्ड रूट
ग्रैंड कॉर्ड रूट हावड़ा-गया-दिल्ली लाइन तथा हावड़ा-इलाहबाद-मुंबई लाइन का हिस्सा है। यह पश्चिम बंगाल में सीतारामपुर तथा उत्तर प्रदेश में पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन के बीच लिंक का कार्य करता है। इस रूट से कई महत्वपूर्ण रेलगाडियां गुज़रती हैं जो राष्ट्रीय राजधानी को देश के पूर्वी क्षेत्र से जोड़ती हैं। इसकी लम्बाई लगभग 450 किलोमीटर है।
अपराधियों को पकड़ने के लिए भारत सरकार इस्तेमाल करेगी फेस रिकग्निशन सिस्टम
नेशनल ऑटोमेटेड फेशिअल रिकग्निशन सिस्टम (AFRS)भारत सरकार ने विश्व भर की आईटी कंपनियों को विश्व के सबसे बड़े फेशियल रिकग्निशन सिस्टम की स्थापना के लिए NCRB (राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो) को प्रस्ताव भेजने के लिए कहा है। बोली में विजेता रहने वाली कंपनी नेशनल ऑटोमेटेड फेशिअल रिकग्निशन सिस्टम (AFRS) की स्थापना करेगी। इसके द्वारा सूचना एकत्रीकरण, पुलिस बल के आधुनिकरण, अपराधी की पहचान निश्चित करने तथा सत्यापन में काफी सहायता मिलेगी।
यह सिस्टम भारत के CCTV कैमरा नेटवर्क से चित्रों का मिलान करेगा। इसमें कई सरकारी एजेंसियों से डाटा लिया जाएगा। इससे एक मज़बूत नेटवर्क सिस्टम बनेगा जिसके द्वारा अपराधियों की पहचान की जा सकती है, लापता बच्चों को ढूंढा जा सकता है तथा अज्ञात लाशों की पहचान की जा सकती है। NCRB के डाटा के अनुसार 2015 के मुकाबले 2017 में 3.6% की वृद्धि हुई है।
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो की स्थापना 11 मार्च 1986 को अपराध और अपराधियों की सूचना के संग्रह एवं स्रोत (repository) के रूप में की गई थी, जिससे कि अपराध को अपराधियों से जोड़ने में खोजकर्ताओं को सहायता मिल सके। इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है। इसके प्रमुख ईश कुमार है।
आदर्श वाक्य – सूचना प्रौद्योगिकी के साथ भारतीय पुलिस को सशक्त बनाना है।
सिन्धु सुदर्शन : भारतीय सेना राजस्थान में करेगी अभ्यास का आयोजन
सिन्धु सुदर्शन
भारतीय थल सेना राजस्थान के मरुस्थल में ‘सिन्धु सुदर्शन’ नामक अभ्यास का आयोजन करेगी, यह अभ्यास 29 नवम्बर से 4 दिसम्बर, 2019 के बीच आयोजित किया जायेगा। इस अभ्यास में 40,000 जवान हिस्सा लेंगे। इस अभ्यास में भारतीय थल सेना तथा भारतीय वायुसेना के बीच तालमेल का प्रदर्शन किया जायेगा।
इस अभ्यास में सेना द्वारा मरुस्थलीय परिवेश में स्ट्राइक कोर की ऑपरेशनल कुशलता का मूल्यांकन किया जाएगा, इस अभ्यास में भारतीय वायुसेना सैनिकों की एयरलिफ्टिंग तथा लक्ष्य को नष्ट करने का कार्य करेगी। इस दौरान सिमुलेटेड युद्ध परिस्थितयों में युद्ध का अभ्यास किया जाएगा। इस अभ्यास में सर्विलांस तथा विनाशक मैकेनिज्म का परीक्षण किया जायेगा।
दीपिका पादुकोण और पी.वी. सिन्धु को ‘भारत की लक्ष्मी’ पहल के लिए ब्रांड एम्बेसडर बनाया गया
‘भारत की लक्ष्मी’ पहल क्या है?
दीपिका पादुकोण और पी.वी. सिन्धु को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की नई पहल ‘भारत की लक्ष्मी’ पहल के लिए ब्रांड एम्बेसडर बनाया गया है।
यह प्रधानमंत्री मोदी की पहल है, इसका उद्देश्य देश भर में महिलाओं द्वारा किये गये सराहनीय कार्य को दिवाली के उत्सव पर देश के सामने लाना है। इस पहल के द्वारा महिला सशक्तिकरण बल दिया जायेगा तथा उन सभी महिलाओं के कार्यो को सराहा जाएगा जिन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में बेहतरीन उपलब्धियां हासिल की हैं।
महिला सशक्तिकरण के लिए भारत सरकार की प्रमुख योजनायें
- महिला ई-हाट : यह महिला व बाल विकास मंत्रालय द्वारा लांच किया गया डायरेक्ट ऑनलाइन मार्केटिंग प्लेटफार्म है।
- बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ : यह महिला व बाल विकास मंत्रालय, स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय तथा मानव संसाधन विकास मंत्रालय की संयुक्त पहल है।
- वन स्टॉप सेंटर स्कीम : इसे ‘सखी’ के नाम से भी जाना जाता है।
- वर्किंग वीमेन हॉस्टल
- स्वधार गृह : इसे 2002 में महिला व बाल विकास मंत्रालय द्वारा शुरू किया गया, यह मुश्किल में महिलाओं के पुनर्वास के लिए है।
- स्टेप स्कीम : STEP का अर्थ है ‘The Support to Training and Employment Programme for Women’
भारतीय वायुसेना ने अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह में किया ब्रह्मोस मिसाइल का परीक्षण
ब्रह्मोस मिसाइल
भारतीय वायुसेना ने अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह में ब्रह्मोस मिसाइल के दो परीक्षण किये। यह परीक्षण 21 और 22 अक्टूबर को किये गये। यह परीक्षण मोबाइल प्लेटफार्म से किया गया। इस मिसाइल ने दोनों परीक्षणों में 300 किलोमीटर दूर अपने लक्ष्य को ध्वस्त किया।
ब्रह्मोस मिसाइल का नाम दो नदियों के नामों को जोड़कर बनाया गया है, यह नाम भारतीय नदी “ब्रह्मपुत्र” तथा रूस की “मोस्कवा” नदी के नाम को मिलाकर बनाया गया है। इस मिसाइल की रेंज लगभग 290 किलोमीटर है।
ब्रह्मोस एक माध्यम रेंज की सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है, इसे पनडुब्बी, समुद्री जहाज़, लड़ाकू विमान व ज़मीन से दागा जा सकता है। ब्रह्मोस रूस की NPO और भारत के DRDO के बीच एक संयुक्त उपक्रम है। ब्रह्मोस मिसाइल 3 मैक (ध्वनि से तीन गुना तेज़) की गति से अपने लक्ष्य को भेदने की क्षमता रखती है। वर्तमान में इसकी गति को 5 मैक तक करने पर कार्य किया जा रहा है। यह मिसाइल रूसी मिसाइल पी-800 ओनिक्स पर आधारित है। इस मिसाइल का नाम भारत की नदी ब्रह्मपुत्र और रूस की नदी मोस्कवा के नाम को मिलाकर ‘ब्रह्मोस’ रखा गया है। वर्तमान में ब्रह्मोस मिसाइल के हाइपरसोनिक संस्करण को विकसित किया जा रहा है, यह हाइपरसोनिक संस्करण 7-8 मैक की गति से लक्ष्य भेदने में सक्षम होगी। फिलहाल यह हाइपरसोनिक संस्करण लगभग 2020 में परीक्षण के लिए तैयार होगा।
IIT दिल्ली एंडोमेंट फण्ड : 1 अरब डॉलर
विश्व की टॉप विश्वविद्यालय के लिए एंडोमेंट फण्ड आय का एक बड़ा स्त्रोत हैं। हार्वर्ड विश्वविद्यालय तथा स्टेनफोर्ड विश्वविद्यालय के एंडोमेंट फण्ड क्रमशः 39 तथा 27 अरब डॉलर है।IIT दिल्ली 31 अक्टूबर, 2019 को गोल्डन जुबली दीक्षांत समारोह से पहले एंडोमेंट फण्ड की घोषणा करेगा। इसका उद्देश्य एलुमनाई, बैंकर्स तथा उद्योगपतियों से फण्ड एकत्रित करना है। IIT दिल्ली ने 1 अरब डॉलर के फण्ड का लक्ष्य रखा है।
एंडोमेंट फण्ड क्या है?
एंडोमेंट फण्ड किसी सगंठन द्वारा स्थापित निवेश फण्ड है। यह विश्वविद्यालयों के लिए आय का प्रमुख साधन है। इसके कारण छात्रों की ट्यूशन लागत कम करने में सहायता मिलती है।
IIT दिल्ली
IIT दिल्ली एक सार्वजनिक इंजीनियरिंग संस्थान है, यह दिल्ली के हौज़ ख़ास में स्थित है। इसकी स्थापना 1961 में की गयी ही। वर्तमान में इसका क्षेत्रफल 320 एकड़ है। वर्तमान में इसके चेयरमैन कुमार मंगलम बिरला हैं।
0 comments:
Post a Comment